साल के दूसरे दिन भी दिया पेट्रोल-डीजल की कीमत ने बड़ा झटका, अब इतना महंगा हो चुका है तेल
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साल के दूसरे दिन यानी आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तगड़ा झटका दिया है। गुरुवार को पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। आज पेट्रोल की कीमत 11 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 75.25 रुपये हो गई है। वहीं, डीजल की कीमत 14 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 68.10 रुपये हो गई है।पेट्रोल और डीजल की कीमतदिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 75.25 रुपये है। वहीं 1 लीटर डीजल 68.10 रुपये प्रति लीटर पर है। कोलकाता में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 77.87 रुपये और 1 लीटर डीजल की कीमत 70.49 रुपये प्रति लीटर है। मुम्बई में आज पेट्रोल की कीमत 80.87 रुपये प्रतिलीटर और 1 लीटर डीजल की कीमत 71.43 रुपये प्रति लीटर है। चेन्नई में अब 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 78.12 रुपये जबकि 1 लीटर डीजल 71.86 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।ऐसे तय होती है पेट्रोल और डीजल की कीमतविदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं।........................................................संक्रांति-लोहड़ी से पहले 6 करोड़ किसानों के खाते में पहुंचेगी पीएम-किसान योजना की तीसरी किस्तकेंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही आय समर्थन योजना को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी आज कर्नाटक के टुमकुर में योजना की तीसरी किस्त किसानों तक पहुंचाएंगे। एक कार्यक्रम में ई-ट्रांसफर के माध्यम से 6 करोड़ किसानों को 12,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। मकर संक्रांति, लोहड़ी, बीहू जैसे त्योहार आने वाले हैं जिनका संबंध फसलों की कटाई से है। सरकार चाहती है कि इन त्योहारों से पहले किसानों के पास पैसा पहुंचे। इस आवंटन से हर किसान के हाथ में 2000 रुपये की राशि पहुंचेगी। साल 2019 में किसानों की आय 2022 तक दुगुनी करने की दिशा में पीएम-किसान जैसी योजनाओं की शुरुआत से कृषि क्षेत्र में संरचनात्मक सुधारों की ओर कदम बढ़ाया गया था। सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना शुरू की थी, जिसका लक्ष्य 14 करोड़ किसानों में प्रत्येक किसान को सालाना 6,000 रुपये का प्रत्यक्ष लाभ उपलब्ध कराना है। इस योजना को 24 फरवरी 2019 को लागू किया गया था।मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी किस्त का भुगतान हर बार की तरह एक बार में किसानों के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। बहरहाल तीसरी किस्त की अदायगी पहले की दो किस्तों से अलग होगी, जिनका भुगतान पूरी तरह से नहीं किया जा सका था। पहली किस्त का भुगतान जुलाई में किया जाना था और दूसरी का नवंबर में। इस योजना के तहत 9.2 करोड़ प्रमाणित लाभार्थियों की पहचान की गई थी, लेकिन कृषि मंत्रालय पहली किस्त का भुगतान महज 7.46 करोड़ किसानों और दूसरी किस्त का भुगतान सिर्फ 5.96 करोड़ किसानों को कर सका था।स्कीम का लाभ पाने के लिए करीब 14.5 करोड़ ऐसे किसान योग्य हैं, जो जमीन का मालिकाना हक रखते हैं। इन्हें वित्त वर्ष में 6000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जानी है। योग्य किसानों की इस लिस्ट में पंजाब, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल और ओडिशा शीर्ष 10 राज्य हैं, जिनका प्रदर्शन अच्छा रहा। वहीं पश्चिम बंगाल योजना में सबसे निचले स्थान पर है क्योंकि यह स्कीम से बाहर बना हुआ है। पश्चिम बंगाल अपने 72 लाख किसानों को इस स्कीम के फायदों से दूर रखना चाहता है।अब हम twitter पर भी उपलब्ध हैं। ताजा एवं बेहतरीन खबरों के लिए Follow करें हमारा पेज : https://twitter.com/dailynews360
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