Umesh Katti death: कर्नाटक सरकार में वन मंत्री उमेश कट्टी की हार्ट अटैक से मौत
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बेंगलुरु : कर्नाटक सरकार में वन, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री उमेश कट्टी का बेंगलुरु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनकी मौत पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, मेरे करीबी सहयोगी कर्नाटक के वन मंत्री उमेश कट्टी के असामयिक निधन से गहरा दुख हुआ। उनके निधन से राज्य ने एक कुशल राजनयिक, सक्रिय नेता और वफादार लोक सेवक खो दिया है।ये भी पढ़ेंः कार में बैठे सभी यात्रियों के लिए सीटबेल्ट लगाना अनिवार्य होगा : नितिन गडकरीकट्टी 61 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी शीला, बेटा निखिल और बेटी स्नेहा हैं। वह हुक्केरी विधानसभा क्षेत्र से 9 बार विधायक चुने गए। बसवराज बोम्मई कैबिनेट में कट्टी सबसे वरिष्ठ मंत्री थे और उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा भी व्यक्त की थी। हुक्केरी तालुक के बेलादबगेवाड़ी के मूल निवासी, कट्टी राज्य के विभाजन की अपनी मांग में मुखर थे। अपने पिता विश्वनाथ कट्टी के निधन के बाद 1985 में हुए उपचुनाव में वह खड़े हुए और पहली बार विधान सभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने यह चुनाव जनता पार्टी के कैंडिडेट के रूप में लड़ा था। 1989 और 1994 में उन्होंने जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। जबकि 1999 में जनता दल (यूनाइटेड) के कैंडिडेट के रूप में विजयी हासिल की। 2004 में जब वह कांग्रेस के टिकट पर यहां से खड़े हुए तो चुनाव हार गए। ये भी पढ़ेंः पुणे में महिला की निर्मम हत्या, बेटे और पोते ने मिलकर मां के किए टुकड़े-टुकड़ेउमेश कट्टी उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा आवाज उठाते रहे। इस हिस्से के विकास के लिए उन्होंने समय समय पर राज्य के विभाजन की भी मांग की थी। उनका कहना था कि छोटे राज्यों में तेजी से विकास होता है। उनकी महत्वाकांक्षा एकीकृत राज्य के मुख्यमंत्री बनने की थी और उन्होंने कहा भी था कि एक दिन उनका बेटा उत्तरी कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनेगा। उनके अचानक निधन पर सभी दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
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