J&K लॉकडाउनः बाबू जी बच्चे भूखे हैं, कुछ खाने को दे दो...
कोरोना के कारण लॉकडाउन से सभी चीज़े देश में बंद है लेकिन राशन की दुकाने खुली है ताकी देशवासियों को किसी तरह की कोई तकलीफ ना हो। लेकिन ऐसा करने के बावजूद भी कई लोगों को बहुत परेशान हो रही है। इसकी खास तस्वीर जम्मु-कश्मीर में देखने को मिली है जहां कोई भी पुलिसकर्मी समूह में खड़े हुए थे। तभी उनके करीब एक साल के बच्चे को छाती से लगाए व एक चार साल के बच्चे पकड़े हुए महिला पास जाकर खाना खिलाने की फरियाद करती है। महिला की कुछ मदद करने पर उसने कहा कि कोई भी सरकार या गैर सरकारी संगठन की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं दी जा रही हैं। उसने बताया कि वह फ्लाई ओवर के क्षेत्र में भीख मांगकर ही गुजारा कर रही है। कोरोना वायरस के बारे में उसे कोई विशेष जानकारी नहीं हैं। पुलिस ने बताया कि यहां रेड जोन घोषित किए गए क्षेत्रों जिसमें कासिम नगर और रिफ्यूजी बस्ती में भी भीख मांगने की सूचनाएं मिली हैं। उनके अनुसार प्रशासन व विभिन्न गैर सरकारी संगठनों की तरफ से दस हजार के करीब लोगों को राशन उपलब्ध करवाया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि राशन वितरण के मामले में सियासी पार्टियां व उनके कार्यकर्ता सियासत करने से बाज नहीं आ रहे हैं। राशन वितरण के नाम पर केवल अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए ज्यादातर उन लोगों को राशन दिया जा रहा जो चुनाव में उन्हें वोट भी दे सकेंगे। इस पर केंद्र सरकार ने एक्शन लिया है और सख्ती से आदेश दिया है कि इस महामारी का राजनीति फायदा उठाने की कोशिश ना करें।
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