आज ही हुआ था मुंबई पर इतिहास का सबसे भयानक हमला, इन 5 वीरों ने जान देकर बचाया था देश
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26/11 यानी आज का ही वो दिन है जब मुंबई में इतिहास का सबसे भयानक आतंकी हमला हुआ था। आज इस हमले को 10 साल हो गए हैं, लेकिन उसके जख्म अभी भी नहीं भरे हैं। पाकिस्तानी आतंकियों ने ताज और ट्राइडेंट होटल के साथ-साथ छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर हमला किया था। इस हमले में देश के कुछ बहादुर पुलिसकर्मियों और एनएसजी के जवान ने इन आतंकियों का डटकर सामना किया और उन्हें मार गिराया था। इन जाबांजों में 5 लोगों का नाम गर्व से लिया जाता है जिन्होंने देश के लोगों की रक्षा के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर दी। आइए आज देश के उन 5 वीर सपूतों के बारे मेंमुंबई एटीएस के चीफ हेमंत करकरेजिस रात मुंबई पर हमला उस करकरे अपने घर पर उस वक्त खाना खा रहे थे, उसी समय उनके पास आतंकी हमले को लेकर क्राइम ब्रांच ऑफिस से फोन आया। करकरे तुरंत घर से निकले और एसीपी अशोक काम्टे, इंस्पेक्टर विजय सालस्कर के साथ मोर्चा संभाल लिया। लेकिन कामा हॉस्पिटल के बाहर चली मुठभेड़ में वो आतंकी अजमल कसाब और इस्माइल खान की अंधाधुंध गोलियों से शहीद हो गए। मरणोपरांत उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।मुंबई पुलिस के एएसआई तुकाराम ओंबलेये वो जांबाज थे जिन्होंने आतंकी अजमल कसाब का बिना किसी हथियार के सामना किया और उसे दबोच लिया। इस दौरान उनको कसाब ने कई गोलियां मारी और वो शहीद हो गए। ओंबले को उनकी जांबाजी के लिए शांतिकाल के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।अशोक काम्टे मुंबई पुलिसकाम्टे मुंबई पुलिस में बतौर एसीपी तैनात थे। आतंकी हमले दौरान वो एटीएस चीफ हेमंत करकरे के साथ थे। कामा हॉस्पिटल के बाहर पाकिस्तानी आतंकी इस्माइल खान ने उन पर गोलियों दाग दी जिनमें से एक गोली उनके सिर में लगी। हालांकि घायल होने के बावजूद उन्होंने दुश्मन को मार गिराया।सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर विजय सालस्करविजय सालस्कर कामा हॉस्पिटल के बाहर हुई फायरिंग में हेमंत करकरे और अशोक काम्टे के साथ आतंकियों की गोली लगने से शहीद हो गए थे। शहीद विजय को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।मेजर संदीप उन्नीकृष्णनउन्नीकृष्णन नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स के कमांडो थे। वो 26/11 एनकाउंटर के दौरान मिशन ऑपरेशन ब्लैक टारनेडो का नेतृत्व कर रहे थे और 51 एसएजी के कमांडर थे। जब ताज महल पैलेस और टावर्स होटल पर कब्जा जमाए बैठे पाकिस्तानी आतंकियों से लड़ रहे थे तो एक आतंकी ने पीछे से उन पर हमला किया जिससे घटनास्थल पर ही वह शहीद हो गए। उनको मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।अब हम twitter पर भी उपलब्ध हैं। ताजा एवं बेहतरीन खबरों के लिए Follow करें हमारा पेज : https://twitter.com/dailynews360
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