Corona के साथ ही सामने आई एक रहस्यमय दिमागी बीमारी, 5 की मौत, 43 संक्रमित

कनाडा में कोरोना का कहर अभी कम भी नहीं हुआ कि एक और रहस्यमय दिमागी बीमारी फैलने लगी है। मैड काउ डिजीज से मिलती-जुलती बीमारी से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। 43 मरीज संक्रमण की चपेट में बताए जा रहे हैं। चिकित्सक इसे दुर्लभ, घातक मस्तिष्क विकार बता रहे हैं जिसे क्रुट्जफेल्ट-जैकोब रोग या सीजेडी के नाम से जाना जाता है।जानकारी के अनुसार दोनों रोगों में समान लक्षण होने के बावजूद कनाडा में चिकित्सक सीजेडी को मैड काउ डिजीज से अलग बीमारी मान रहे हैं। कनाडा के न्यू ब्रंसविक के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अब यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि किन हालात में 43 लोग इस संक्रमण की चपेट में आए। साथ ही अज्ञात न्यूरोलॉजिकल रोग के बारे में गहराई से जानकारी जुटाई जा रही है। कनाडा में छह साल पहले यह बीमारी सामने आई थी। इसके बाद पिछले कुछ साल में इसके मामले तेजी से बढ़े। 2020 में इसके 24 केस दर्ज किए गए जबकि 2021 में अब तक 6 नए मामले आ चुके हैं।बट्र्रेड के मेयर यवन गोडिन ने कहा कि इलाके के लोग इस नई बीमारी के कारण खौफ में हैं। मेयर ने कहा कि हमारे शहर के लोग पूछ रहे हैं कि यह बीमारी क्या मीट खाने से हो रही है? क्या यह संक्रामक है? इस बीमारी के कारण के बारे में हमें जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी जानकारी चाहिए। कनाडा के वैज्ञानिक इस बीमारी से जुड़े टेस्ट और रिसर्च में जुटेे हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार यह बीमारी इतनी जटिल है कि इसके लिए कई टेस्ट करने पड़ रहे हैं। न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. नील कैशमैन और विशेषज्ञों की एक टीम इस बीमारी से जुड़े सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है। कैशमैन ने स्थानीय लोगों को अपने सामान्य दिनचर्या को जारी रखने और शांत रहने की अपील की है।मैड काउ डिजीज गाय और गाय से जुड़े पशुओं में होने वाला एक रोग है। इसे बोविन स्पॉन्जिफॉर्म एन्सेफैलोपैथी (बीएसई) के नाम से जाना जाता है। यह असामान्य प्रोटीन के कारण मवेशियों में फैलने वाला घातक न्यूरोलॉजिकल रोग है जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को नष्ट कर देता है। रोग की पहचान पहली बार 1986 में ग्रेट ब्रिटेन में हुई थी। हालांकि, शोधकर्ताओं का दावा है कि इसकी शुरुआत 1970 से ही हो गई थी।
from Daily News : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3mfQBEc
कोई टिप्पणी नहीं