लाठी-डंडे वाले बयान पर जब फंसते दिखे राकेश टिकैत तो देने लगे ऐसी सफाई, जानिए पूरा मामला

किसान नेता राकेश टिकैत ने लाल किला परिसर में कल लोगों के प्रवेश करने तथा धार्मिक झंडा फराये जाने की घटना की जांच कराने की मांग की है। टिकैत ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में लाल किला में घुसने और वहां झंडा फहराये जाने वालों को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। वहीं ट्रैक्टर मार्च से पहले लाठी-डंडे साथ लाओ वाला बयान देने वाले ये किसान नेता राकेश टिकैत उपद्रव पर सफाई देते दिखे। टिकैत ने माना कि उन्होंने किसानों को डंडे-झंडे के साथ दिल्ली पहुंचने को कहा था, लेकिन उसका मकसद तिरंगा साथ रखने का था। उन्होंने कहा कि तिरंगा क्या बिना डंडे के पकड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि लाल किले पर धार्मिक झंका फहराने वाले लोगों का किन राजनीतिक दलों और व्यक्तियों से संबंध था इसकी जांच करायी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों से लाल किला जाने का आह्वान नहीं किया था वे पहले से निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा कि परेड के लिए पहले से निर्धारित कुछ मार्गों की घेराबंदी की गयी थी, जिसकी भी जांच करायी जानी चाहिये। किसान नेता ने कहा कि जिस किसी ने भी पुलिस कर्मियों पर ट्रैक्टर चढाने का प्रयास किया उनकी पहचान की जानी चाहिये और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिये । किसान संगठनों और पुलिस के बीच समझौते के बाद गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी में किसान परेड निकालने पर सहमति बनी थी । उल्लेखनीय है कि कल किसान परेड के दौरान काफी लोग ट्रैक्टर के साथ लाल किला परिसर में घुस गये थे और वहां एक धार्मिक झंडा फहराया था और तोड़फोड़ की थी । किसान संगठन तीन कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने तथा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर 63 दिनों से राजधानी की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं ।
from Daily News : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3opMbdk
कोई टिप्पणी नहीं