खत्म हुआ 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय शूटर्स के शामिल होने का संशय, खेलेगी टीम
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वर्ष 2022 में बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से निशानेबाजी को बाहर करने के विरोध में भारत एक समय इन खेलों का बहिष्कार करने के बारे में ही सोच रहा था लेकिन भारतीय ओलंपिक संघ ने अब स्पष्ट किया है कि वह इन खेलों में हिस्सा लेगा।भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष डॉ नरिन्दर ध्रुव बत्रा ने गुरूवार को केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने खेल मंत्री को बताया कि भारत 2022 के बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेगा। इन खेलों से मेजबान देश से निशानेबाजी को बाहर कर दिया जिसका भारत ने पुरजोर विरोध किया। लेकिन मेजबान देश ने इस फैसले को वापिस नहीं लिया है और निशानेबाजी इन खेलों का हिस्सा नहीं होगी। बत्रा ने खेल मंत्री से मुलाकात कर उन्हें आईओए की 30 दिसंबर को हुई आम सभा बैठक में लिये गये फैसलों की जानकारी दी। बत्रा ने खेल मंत्री को बताया कि भारत इन खेलों में हिस्सा लेगा। उन्होंने साथ ही बताया कि आईओए ने राष्ट्रमंडल खेल महासंघ को निशानेबाजी और तीरंदाजी की 2022 में भारत में मेजबानी करने का प्रस्ताव भेजा है। आईओए ने साथ ही यह भी आग्रह किया है कि इन दो खेलों में जीते जाने वाले पदकों को 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा बनाया जाए। आईओए अध्यक्ष ने रिजिजू को यह भी बताया कि भारत 2026/ 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करना चाहता है और इस संदर्भ में प्रस्ताव राष्ट्रमंडल खेल महासंघ को भेजा जाना चाहिये। खेल मंत्री ने आईओए अध्यक्ष की बातों को ध्यान से सुना और साथ ही 2020 के टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों पर चर्चा भी की।इससे पहले आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने कहा था कि राष्ट्रमंडल खेल 2022 से निशानेबाजी को भले ही बाहर कर दिया गया हो लेकिन आईओए की पहल पर इस प्रतियोगिता की मेजबानी भारत को मिल सकती है। मेहता ने कहा था, हमने प्रस्ताव दिया है कि यदि सीडब्लूजी समिति मंजूरी दे तो देश राष्ट्रमंडल खेल की निशानेबाजी प्रतियोगिता की मेजबानी कर सकता है।
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